छत्तीसगढ़ का इतिहास || सीमा विस्तार से सम्बन्धित प्रमुख तथ्य || जनगणना 2011 से सम्बन्धित प्रमुख तथ्य||राज्य के प्रमुख शिक्षण संस्थान|| राज्य में उद्योग|| राज्य के प्रमुख प्रवर्तक एवं उपाधि|| विभिन्न पुरस्कारों के प्रथम प्राप्तकर्ताछत्तीसगढ़ का इतिहास
छत्तीसगढ़ का इतिहास history of Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ भारत का एक राज्य है इसका गठन 1 नवंबर सन 2000 को हुआ था और यह भारत का 26 वां राज्य है पहले यह मध्य प्रदेश के अंतर्गत आता था डॉ हीरालाल के मतानुसार छत्तीसगढ़ चेदीशगढ़ का अब अंश हो सकता है किसी समय क्षेत्र में छत्तीसगढ़ थे इसलिए इसका नाम छत्तीसगढ़ पड़ा
History of Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम दक्षिण कौशल था जो 36 गणों को अपने आप में समाहित रखने के कारण कालांतर में छत्तीसगढ़ बना
छत्तीसगढ़ में मुख्यता दो भाषाएं थी छत्तीसगढ़ी वैदिक और पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास केंद्र रहा है
छत्तीसगढ़ी भाषा
छत्तीसगढ़ी भाषा के छत्तीसगढ़ राज्य में बोले जाने वाली एक अत्यंत मधुर एवं स्वरस भाषा है यह हिंदी के अत्यंत निकट है और इसकी लिपि देवनागरी है छत्तीसगढ़ी का अपना समृद्ध साहित्य व व्याकरण है छत्तीसगढ़ी दो करोड़ लोगों की मातृभाषा है|
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल
अंबिकापुर (AMBIKAPUR)
अंबिकापुर शहर छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले का मुख्यालय है इसका नाम हिंदू देवी अंबिका के नाम पर रखा गया जल स्रोतों के अनुसार अंबिकापुर का पुराना नाम बैकुंठपुर था|
सरगुजा जिला अन्य सहारा रायगढ़ महेशपुर कुदरगढ़ भैया धाम मैनपाट तातापानी
अंबिकापुर शहर में महामाया देवी का मंदिर है|
इस मंदिर को काफी मान्यता प्राप्त है हजारों लोग अपनी इच्छाओं को पूरी करने के लिए देवी के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं|
राजिम(RAJIM LOCHAN)
यह छत्तीसगढ़ का प्रयाग स्थल राजिम रायपुर से 47 किलोमीटर दूरी पर स्थित है |
यह महा नदी के तट पर स्थित है यह पैरी और सोनू नदी महानदी में आकर मिलती है मांग पूर्णिमा प्रतिवर्ष मेला होता है यह भागवत राजिम लोचन का बेहद सुंदर प्राचीन मंदिर है एवं बहुत सारे मंदिरों का समूह भी है जिसका विशेष धार्मिक महत्व है|
गिरौदपुरी धाम(GIROUDPURI DHAM)
गिरोधपुरी बलौदा बाजार जिले में स्थित है यह बलौदा बाजार से तकरीबन 50 से 60 किलोमीटर की दूरी पर है जहां बाबा गुरु घासीदास का जन्म हुआ था गिरौदपुरी में छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जय स्तंभ है जो कुतुब मीनार से भी ऊंचा है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं 18 दिसंबर को गुरु घासीदास बाबा का जन्म जयंती मनाया जाता है जिसमें लाखों लोगों की भीड़ गिरौदपुरी धाम उमड़ती है गिरौदपुरी धाम में बहुत सारे धामों का निर्माण किया गया इसमें मुख्यता पंचकुंड छाता पहाड़ जोक नदी मुख्य मंदिर अत्यधिक मनमोहित एवं आनंदित करने वाला दृश्य है आपको इस जगह का एक बार दर्शन अवश्य करना चाहिए
डोंगरगढ़(DONGARGADH)
डोंगरगढ़ हावड़ा मुंबई मार्ग पर स्थित है राजनांदगांव से 59 किलोमीटर दूरी पर स्थित है पहाड़ी के ऊपर मां बमलेश्वरी का विशाल मंदिर है नवरात्रि के दिन उपार्जन समूह माता जी के दर्शन के लिए आते हैं इसका निर्माण कामसेन राजा ने किया था
दंतेवाड़ा(DANTEWADA)
बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पावन नगरी दंतेवाड़ा है डंकिनी शंखिनी नदी के संगम पर स्थित है यह जगदलपुर से 85 किलोमीटर दूरी पर है इसका निर्माण भागेश्वरी देवी द्वारा कराया गया था
बारसूर(BARSHUR)
बारसूर बस्तर के ऐतिहासिक नजरिया बारसूर को नागवंशी राजाओं की राजधानी होने का का गौरव प्राप्त है जगदलपुर गीता के दंतेवाड़ा मार्ग से 25 किलोमीटर दूरी पर स्थित है यह मंदिर मामा भाचा के नाम से प्रसिद्ध है
तुलार(TULAR)
अबूझमाड़ के माण क्षेत्र के दो पहाड़ियों के मध्य स्थित शिवलिंग पर हमेशा यह सारे समय स्वच्छ निर्मल जल टपकता रहता है या प्रसिद्ध मंदिर तुलार के नाम से जाना जाता है बारसूर से 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है
गुप्तेश्वर(GUPTESHWAR)
दक्षिण बस्तर में सबरी नदी के किनारे स्थित धरा स्थान पर पुरातात्विक उत्खनन के उपरांत पांचवी और छठी शताब्दी कटचूरी शासन काल की मूर्तियां मंदिर वह बावड़ी आदि मिली तीनों की खुदाई के उपरांत शिव मंदिरों का विशाल समूह मिला
ढोढरेपाल(DHODHREPAL)
दरबा विकासखंड में स्थित यह प्राचीन भारतीय मंदिर कला का अद्भुत उदाहरण है चित्र शैली से निर्मित 3 मंदिरों का समूह और अवशेध रह गया है
आरंग(AARANG)
रायपुर से संबलपुर जाने वाली राष्ट्रीय राज्य मार्ग 6 पर रायपुर से 86 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है आर्यन एक प्राचीन नगरी है जिसका उल्लेख पुराणों में मिलता है बाघ देवल एवं महामाया मंदिर यहां के पौराणिक मंदिर में से एक है
समान्य परिचय
छत्तीसगढ़ का कुल क्षेत्रफल | 1.35,192 वर्ग किमी |
भारतीय संघ में राज्य का स्थान | 26 वॉ |
राज्य की स्थापना | 1 नवम्बर, 2000 |
राज्य की भौगोलिक स्थिति | 17°46 उत्तरी से 24°05′ उत्तरी क्या 80 15 पूर्वी देशान्तर से 84°24 पूर्वी देशान्तर के मध्य |
राज्य की राजधानी | नया रायपुर |
राज्य की लम्बाई | उत्तर से दक्षिण की और 700-800किमी |
राज्य का उच्च न्यायालय | बिलासपुर (देश का 19 वाँ) |
राज्य की चौड़ाई | पूर्व से पश्चिम की ओर 435 किमी |
राज्य की जलवायु | उष्ण कटिबन्धीय उपार्द्रं महाद्वीपीय |
राज्य का रेलवे जोन | बिलासपुर (दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे जोन) |
राज्य की आकृति | सी हॉर्स के समान (हिप्पो कैम्पस) |
राज्य का राजकीय प्रतीक वाक्य | विश्वसनीय छत्तीसगढ़ |
राज्य का सबसे बड़ा जिला | राजनान्दगाँव (क्षेत्रफल) |
राज्य का सबसे छोटा जिला | दुर्ग (क्षेत्रफल) |
राज्य की राजकीय भाषा | छत्तीसगढ़ी (28 नवम्बर, 2007 में स्वीकृत) |
राज्य के सम्भाग | 5 |
राज्य के जिले | 28+4 नवीन घोषित जिले (15 अगस्त, 2021 को राज्य में 4 नए जिले बनाने की घोषणा की गई है। ये 4 जिले मोहला-मानपुर, सारंगढ़- बिलाईगढ़, सक्ती और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर होंगे। इस प्रकार राज्य में जिलों की संख्या 32 हो जाएगी।) |
सीमा विस्तार से सम्बन्धित प्रमुख तथ्य
भौगोलिक सीमा | 7 राज्य को स्पर्श करती है (झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आन्ध्र प्रदेश तेलंगाना) |
अधिकतम सीमा वाला राज्य | ओडिशा |
न्यूनतम सीमा वाला राज्य | आन्ध्र प्रदेश |
राज्य के कर्क रेखीय जिले | कोरिया, बलरामपुर एवं सूरजपुर |
राज्य में भारतीय मानक समय रेखा वाले जिले | जांजगीर-चाम्पा, बलौदाबाजार, महासमुन्द, बलरामपुर सरगुजा, सूरजपुर कोरबा, |
जनगणना 2011 से सम्बन्धित प्रमुख तथ्य
जनसंख्या | 2,55,45,198 |
•महिला | 1,27,12,303 |
•पुरुष | 1,28,32,895 |
जनसंख्या घनत्व | 189 व्यक्ति प्रतिवर्ग किमी |
साक्षरता | 70.28% |
दशकीय वृद्धि | 22.61% |
लिंगानुपात | 991 |
नगरीय जनसंख्या | 59,37 237 |
ग्रामीण जनसंख्या | 1.96,07,961 |
सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला | रायपुर |
न्यूनतम जनसंख्या वाला जिला | नारायणपुर |
राज्य के प्रमुख शिक्षण संस्थान
राज्य में प्रथम विश्वविद्यालय | इन्दिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय |
राज्य का प्रथम सामान्य शिक्षा विश्वविद्यालय | पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय |
राज्य में प्रथम निजी विश्वविद्यालय | महर्षि विश्वविद्यालय |
राज्य में एकमात्र पत्रकारिता विश्वविद्यालय | कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय |
राज्य में एकमात्र चिकित्सा विश्वविद्यालय | छत्तीसगढ़ आयुष एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय |
राज्य में एकमात्र प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय | छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय |
राज्य में एकमात्र कृषि विश्वविद्यालय | इन्दिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय |
राज्य में एकमात्र मुक्त विश्वविद्यालय | पण्डित सुन्दरलाल शर्मा विश्वविद्यालय |
राज्य में प्रथम महाविद्यालय | छत्तीसगढ़ महाविद्यालय |
राज्य में प्रथम चिकित्सा महाविद्यालय | पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय |
राज्य का सबसे प्राचीन (ITI) | कोनी, बिलासपुर |
राज्य में उद्योग
राज्य का प्रथम उद्योग | बंगाल-नागपुर कॉटन मिल, राजनान्दगाँव (1892) |
राज्य का प्रथम जूट मिल उद्योग | मोहन जूट मिल, रायगढ़ (1935) |
राज्य का प्रथम शक्कर कारखाना | कवर्धा में भोरमदेव शक्कर कारखाना-राम्हेपुर (2003) |
प्रथम सीमेण्ट कारखाना | एसोसिएट सीमेण्ट कम्पनी जामुल, दुर्ग (1965) |
एशिया का सबसे बड़ा इस्पात संयन्त्र | भिलाई इस्पात संयन्त्र, दुर्ग (1955) |
एशिया का सबसे बड़ा स्पन्न आयरन उत्पादक | जिन्दल स्टील पावर लिमिटेड, रायगढ़ |
राज्य के प्रमुख प्रवर्तक एवं उपाधि
राज्य में पत्रकारिता के जनक | माधवराव रात्रे |
राज्य का मंगल पाण्डे | हनुमान सिंह |
राज्य का भगत सिंह | परसराम सोनी |
राज्य का तात्या टोपे | गुण्डाधूर |
राज्य का गाँधी | पं सुन्दरलाल शर्मा |
बस्तर का गाँधी | मनकूराम सोदी |
राज्य का वाल्मीकि | गोपाल मिश्र |
राज्य का पाणिनी | हीरालाल काव्योपाध्याय |
राज्य का प्रथम शहीद | वीरनारायण सिंह |
राज्य में 1857 की क्रान्ति के अन्तिम शहीद | सुरेन्द्र सहाय |
राज्य में नाथा के जनक | दाऊदुलार सिंह साहू मन्दराजी |
राज्य में पण्डवानी के जनक | झाडूराज देवांगन |
राज्य में लोककला के उद्धारक | दाऊ रामचन्द्र देशमुख |
राज्य में लोककला के पुजारी | महासिंह चन्द्राकर |
विभिन्न पुरस्कारों के प्रथम प्राप्तकर्ता
राज्य में पद्मश्री से सम्मानित प्रथम व्यक्ति | मुकुटधर पाण्डेय (1976) |
राज्य में पद्मश्री से सम्मानित प्रथम महिला | तीजनबाई (1988) |
राज्य में प्रथम पद्मभूषण व्यक्ति | हमीच तनवीर (2002), नया विवेटर |
राज्य में प्रथम पद्मभूषण महिला | तीजनबाई (2003). |
राज्य में मिनीमाता सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्ता | श्रीमती बिन्नी बाई (2001) |
डॉ. खूबचन्द बघेल सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्ता | श्रीकान्त गोवर्द्धन (कृषक) 2001 |
पं. रविशंकर शुक्ल सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्ता | केयूर भूषण (2001) |
पं. सुन्दरलाल शर्मा सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्ता | विनोद कुमार शुक्ल (2001) |
गुण्डाधूर सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्ता | आशीष अरोड़ा (वॉलीबॉल) 2001. |
राज्य के प्रशासन में प्रथम
राज्य का प्रथम राज्यपाल | श्री दिनेश नन्दन सहाय |
राज्य का प्रथम मुख्यमन्त्री | श्री अजीत प्रमोद कुमार जोगी |
राज्य का प्रथम मुख्य न्यायाधीश | श्री डब्ल्यू. ए. शीशाक |
राज्य का प्रथम कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश | श्री आर. एस. गर्ग |
राज्य का प्रथम निर्वाचन आयुक्त | श्री अजय कुमार सिंह |
राज्य का प्रथम मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष | श्री के. एम अग्रवाल |
राज्य का प्रथम विधानसभा अध्यक्ष | श्री राजेन्द्र प्रसाद शुक्त |
राज्य का प्रथम विधानसभा उपाध्यक्ष | श्री बनवारी लाल अग्रवाल |
राज्य का प्रथम गृहमन्त्री | श्री नन्दकुमार पटेल |
राज्य का प्रथम शिक्षामन्त्री | श्री सत्यनारायण शर्मा |
राज्य का प्रथम लोकायुक्त | श्री न्यायमूर्ति कृष्णमुरारी अग्रवाल |
राज्य का प्रथम मुख्य सूचना आयुक्त | श्री ए. के. विजयवर्गीय |
राज्य का प्रथम मुख्य सचिव | श्री अरूण कुमार |
राज्य का प्रथम महिला आयोग अध्यक्ष | श्रीमती हेमवन्त पोर्ते |
राज्य के प्रथम लोकसेवा आयोग अध्यक्ष | श्री मोहन शुक्ला |
राज्य की प्रथम महिला मन्त्री | श्रीमती गीता देवी सिंह |
राज्य की प्रथम महिला सांसद | मिनीमाता (रायपुर) |
राज्य के गौ-सेवा आयोग के प्रथम अध्यक्ष | पवन दीवान |
विविध
राज्य का सबसे ऊँचा जलप्रपात | तीरथगढ़ जलप्रपात |
राज्य सबसे ऊँची चोटी | गौरलाटा (1225 मी) |
राज्य में वर्तमान नक्शा का निर्धारण | वर्ष 1905 में |
राज्य के प्रथम संकल्पनाकार | पं. सुन्दरलाल शर्मा (1918 में अपनी पाण्डुलिपि में) |
प्रथम जंगल सत्याग्रह | सिहावा, धमतरी (1922) |
राज्य की सबसे बड़ी जनजाति | गोण्ड |
राज्य का सर्वाधिक प्राचीन मन्दिर | देवरानी-जेठानी मन्दिर (तालागाँव), बिलासपुर |
राज्य का काशी/वाराणसी | खरौद |
राज्य का कश्मीर | चैतुरगढ़ (कोरबा ) |
राज्य का खजुराहो | भोरमदेव (11 शताब्दी). |
राज्य का प्रयाग | राजिम (महानदी पैरी सोदूर नदियों का संगम) |
राज्य का चेरापूंजी | अबूझमाड़ की पहाड़ी (नारायणपुर) |
राज्य की तालाबों की नगरी | रतनपुर |
मन्दिरों की नगरी | आरंग (रायपुर) |
राज्य में सर्वाधिक वर्षा | अबूझमाड़ (187.5 सेमी) |
भारत का नियाग्रा | चित्रकोट जलप्रपात, इन्द्रावती नदी (बस्तर) |